Friday, October 1, 2010

अयोध्या :अब जनता की बारी......

आखिरकार अयोध्या मामले पर अदालत का निर्णय आ ही गया !हाई कोर्ट ने बहुत ही सही और संतुलित फैसला सुनाया जिसका स्वागत किया जाना चाहिए !इस मामले में ज़मीन के मालिकाना हक से ज्यादा लोगों की आस्था जुडी थी और राजनितिक पार्टियों के आने से ये और भी महत्त्व पूर्ण हो गया था ,लेकिन न्यायालय ने बखूबी अपनी जिम्मेवारी निभाई और एक एतिहासिक निर्णय सुनाया !क्यूंकि ये मामला बहुत वर्षों से लंबित था और इसमें बहुत सी चीज़ें जुडी थी उसे देखते हुए ये बहुत महत्वपूर्ण हो गया था !
                                                                                            न्यायालय ने तो फैसला सुना दिया ,अब जनता की बारी है कि वो इसका सम्मान करें तथा राजनितिक दलों को दूर रखते हुए खुद भाईचारा कायम रखे!इस फैसले से पूरे विश्व में भारतीय न्यायिक प्रणाली की एक साख बनी है !ये और भी महत्त्व पूर्ण है क़ि न्यायधीशों में भी दोनों समुदायों का प्रतिनिधित्व था !फैसला आने के बाद आम जनता ने संतोष ज़ाहिर किया और अमन चैन  बनाये रखा .......लेकिन असली फैसला अब आएगा जब विभिन्न दलों के नेता अपनी अपनी रोटियां सेकने क़ि कोशिश करेंगे !बस तभी सावधानी रखने की जरूरत है क्यूंकि नेता किसी न किसी तरह इस मामले को जिन्दा रखने की कोशिश करेंगे !
                    भारत देश के लोगों ने जिस साम्प्रदायिक सद्भाव का परिचय दिया है...वो जारी रहना चाहिए ताकि देश में शांति तथा विकास साथ साथ चलता रहे...! हमारे देश का एक लम्बा गौरवशाली इतिहास रहा है जो आगे भी बना रहे ,इसके लिए जनता को ही आगे आना होगा...

10 comments:

समयचक्र said...

बढ़िया .प्रस्तुति..... आभार.
अब हिंदी ब्लागजगत भी हैकरों की जद में .... निदान सुझाए.....

डॉ टी एस दराल said...

अभी तक भारतीय जनता ने बड़ी परिपक्वता का परिचय दिया है । आशा है आगे भी ऐसा ही होगा । शुभकामनायें ।

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ said...

Insh'allah!

Mumukshh Ki Rachanain said...

शांति तथा विकास साथ साथ चलता रहे...

सच कहा आपने............

चन्द्र मोहन गुप्त

हरकीरत ' हीर' said...

एक बार फैसला शान्ति से हो गया आगे भी सारे कार्य शान्ति से ही हो जायेगे ....
बस अब इन्तजार है .......!!

Unknown said...

ayodhya mamle ko ab smapt kiya jana chahiye.....shanti ke liye yahi aavayashk hai.

संजय भास्‍कर said...

i agree with ts dral ji

डॉ. मोनिका शर्मा said...

kash aisa hi ho..... desh sabse badhkar hai....

वन्दना अवस्थी दुबे said...

ईश्वर से प्रार्थना करती हूं, कि सब इसी प्रकार समझदारी और शांति का परिचय देते हुए आगे के कार्य सम्पन्न करें.

कुमार राधारमण said...

खेद है कि दोनों पक्षों ने इस फैसले को हल्केपन में लिया। अब जब फैसला आएगा,तो वह पीढ़ी इसे देखने के लिए शायद ही जीवित रहे(मुकदमों के फैसले में लगने वाले समय को देखते हुए) जो इसे नज़रंदाज़ करने के लिए ज़िम्मेदार हैं।