Friday, May 21, 2010

क्या हमारा खाना ज़हरीला है ??

वडा पाँव  मत खाना !!!समोसे में ज़हर है! पाव भाजी अस्पताल पहुंचा देगी !!!जूस से केंसर हो जायेगा!!!मिठाइयाँ नकली है!!!नल में पानी नही ज़हर आ रहा है!..........जी ये मैं नही कह रहा ,ये तो एक प्रमुख हिंदी समाचार चैनल के शीर्षक है!आप क्या समझे? हम जो सालों से खाते आ रहे है,वो सब अचानक ज़हरीला हो गया है !क्या आपको इसमें कोई बू नही आती? क्या ये बहुराष्ट्रीय कम्पनियों क़ि चाल नही लगती? हो सकता है नही!!! कोई बात नही फिर हम खाएं पीयें क्या?
                   क्या पिज्जा सुरक्षित है? क्या पेप्सी कोका कोला में ज़हर नही है?पेकिंग में मिलने वाली मिठाई या चोकलेट या पेय जल  शुद्ध है? अब कुछ समय पहले क़ि बातें याद कीजिये जब एक रिपोर्ट में इन शीतल पेय की बोतलों में हानिकारक पदार्थ पाए  गए थे!एक प्रसिद्ध ब्रांड [डेरी मिल्क और नेस्ले  ] की चोकलेट में कीड़े पाए गये थे!और फिर  पैकिंग में मिलने वाला 'के ऍफ़ सी' का चिकन और पिज्जा कौनसा सुरक्षित है!आखिर उन पर क्यूँ नही समाचार दिखाए जाते!! साफ़ है क़ि भारतीय बाज़ार पर कब्ज़ा करने क़ि कोशिश हो रही है!धीरे धीरे स्थानीय दुकानों से ग्राहक को रेस्तरां माल में खींचा जा रहा है!
                                                            आप देखिये जैसे ही कोई त्योंहार आने वाला होता है ,टी वी पर नकली मावा,नकली मिठाई,नकली घी आदि के समाचार चलने लगते है!जी हाँ ये सब प्रायोजित खेल है!!हो सकता है कुछ सच्चाई भी हो,पर ज्यादातर खेल बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का ही किया धरा है!!!हमें इस को समझना चाहिए और भारतीय बाज़ार को बचाना चाहिए!

7 comments:

दिलीप said...

sab pashchimikaran ka nateja hai...marketing ka tareeka...

ऋषभ कृष्ण सक्सेना said...

sahee mudda uthaya hai aapne

संजय कुमार चौरसिया said...

ghor kalyug hai bhai

http://sanjaykuamr.blogspot.com/

डॉ महेश सिन्हा said...

एक तरफ कुवां दूसरी तरफ खाई

मनोज कुमार said...

सर्थक लेख!

Dev said...

सही कहा आपने ......भारतीय बाजार पर बहुराष्ट्रीय कम्पनियां कब्ज़ा करने का ....ये आसान तरीका है ......न्यूज़ चैंनल द्वारा .

Urmi said...

आज के ज़माने में तो शुद्ध चीज़ें नहीं मिलती बल्कि ये तो मिलावट का ज़माना है! आपने सही मुद्दे को लेकर बखूबी प्रस्तुत किया है!