Sunday, August 30, 2009
क्या देश में कोई समस्या नहीं...?
हमारा देश भी अजीब है और अजीब है यहाँ के लोग!ख़ुद की समस्या सुलझती नही और चिंता रहती है पूरे विश्व की!विश्व में कहीं कुछ भी हो जाए,हमें तो .उस पर प्रतिक्रिया देनी ही पड़ेगी!अब देखिये अमेरिका के राष्ट्रपति ने कुछ भी कहा या किया,हमारा मिडिया उस ख़बर को .हाईलाईट करने लगता है !गोया कि भारत में तो कोई समस्या बची ही नही !आस्ट्रेलिया में कुछ भी हो ,ब्रिटिश क्रिकेट टीम ने क्या किया,श्रीलंका में क्या हुआ जैसे मुद्दे अहम् है लेकिन देश में महंगाई बढ़ रही है,इसकी चिंता किसी को नहीं!आजकल बी जे पी के झगडों की खबरें आम है!तो कयास लग रहें है की ये पार्टी तो ख़त्म हो गई !अरे भाई क्या देश में बी जे पी के झगडे से बड़ी कोई समस्या नही?देश आज भी महंगाई,आतंकवाद,बेरोजगारी और नकली नोटों से .परेशान है और हमारे पी .ऍम साहब बी जे पी पर चिंता ज़ाहिर कर रहे है!देश के सामने आज भी बहुत सी चुनौतियाँ है ,जिनका सामना हमें मिल के करना है!सरकार को चाहिए की वो संजीदगी से उनको हल करे!आगे त्योंहारों का मौसम आ रहा है और हमारी सरकार कह रही है की महंगाई और बढेगी!तो अब फ़िर जनता कहाँ फरियाद करे?सरकार का ये फ़र्ज़ बनता है की वो महंगाई कम करने के लिए हर मुमकिन उपाय करे!नेताओं और पार्टियों के झगडे से भी ऊपर है देश हित....की शायद किसी को भी चिंता नहीं है....!
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7 comments:
सही चिंतन और सही सवाल. पर जवाब कहां से मिलेंगे?
Apna itta bada pet bhare to janata kee sochen.
अजी हमे तो आदत हो गई है,रोते रहने कि, भुखे रहने कि, लेकिन जो गुलामी रगो मे बसी है, वो कुलबुलाती है, हम इन गोरो के वफ़ा दार जो है, फ़िर गुलाम अपने मालिक की फ़िक्र नही करेगा तो कोन करेगा ??
आप ने बात लाख नही करोड ट्के कि की है, लेकिन जबाब किस के पास है?????
Sahee kahaa, ye jan jan ki samasya hai.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
blog ka naya rup kaphi achcha laga......changing is the rule of nature....congratulation....
sahee me samasyaon par to koi bolta hi nhin....
sahi kaha rajnish ji
par samasyae humari he to hal bhi hme hi khojna hoga
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