दिवाली के शुभ अवसर पर पाबला जी ने संदेश दिया कि"नई दुनिया" के १७ अक्तूबर के अंक में 'ये दुनिया है' को स्थान मिला है!अब उनकी नज़र हमारी मिठाइयों पर लिखी गई पोस्ट को प्रिंट मिडिया में जगह मिली है!ये मेरे साथ साथ पूरे ब्लॉग परिवार के लिए हर्ष
की बात है !दिवाली का इससे अच्छा तोहफा और क्या होगा!हमारे विचारों को सराहा गया ,ये एक अच्छी ख़बर है.....
11 comments:
bahut bahut badhai..
ji badhaai ho badhaai....
बधाई!
बहुत बहुत बधाइयाँ!
badhaai......
bahut bahut badhai Rajneesh ji ki aapki mehnat aur samarpan ka ullekh kiya gaya..
आपके घर दिवाली में यशलक्ष्मी आयीं
बधाई हो
दवा मैं बना तो दूँ अगर आप भी सहयोग करें तो
दीपावली का इससे अच्छा तोहफा और क्या हो सकता है? आपकों ढेरों शुभकामनाएं।
उपलब्धि पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं
चन्द्र मोहन गुप्त
जयपुर
www.cmgupta.blogspot.com
"आइये जानें क्यों यूरोपीय व कुछ एशियाई देश शून्य (ज़ीरो) को 'ओ' (O) बोलतें हैं?
yeh ek nayi post likhi hai dekhiyega zaroor....
Regards
Mahfooz..
उपलब्धि पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं
LAGE RAHO MUNNA BHAI
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