Friday, October 2, 2009

शास्त्री जी हम शर्मिंदा है...?


हाँ सच में हम बहुत शर्मिंदा है!हम आप को कभी भी वो सम्मान नहीं दे पाये जिसके आप हक़दार थे!अब देखिये ना आज ही आपका जन्मदिन है और सभी बस गांधी जी के गीत गा रहे है!बापू से हमें भी बहुत प्यार है!पर सरकार है की सभी कार्यक्रमों में आपको भूलती जा रही है!अब हम क्या करें ..जो आज ही दोनों का जन्म दिन है!आप दोनों को हम कैसे भूल सकते है?पर माफ़ करना शास्त्री जी आपको किसी पार्टी ने अपना आइडियल नहीं .माना तो..!गांधी जी को तो कांग्रेस ने अपना लिया है !हर सरकारी दफ्तर में उन्हें स सम्मान पहुँचा दिया गया है ,पर आपको हम घर घर नहीं पहुंचा पाए!आपके महान आदर्श हम भूले नहीं है,पर गांधी जी आप पर जरूर भारी पड़े है !उनके विशाल व्यक्तितव के सामने आप फ़िर .बौने साबित हुए!माफ़ करना ये हम नहीं कह रहे!आप आज के अखबार देख लीजिये,न्यूज चैनल देख लीजिये...हर जगह आप को बौना साबित किया जा रहा है !पर हाँ एक जगह है ,जहाँ आज भी आप को ,आप के आदर्शों को बड़ी .शिद्दत से याद किया जाता है......वो है हमारे दिल ..जहाँ आज भी आप रचे बसें है..!हमें आज भी आप की एक एक बात दिल से याद है !चाहे वो रेल दुर्घटना के बाद आपका इस्तीफा हो या युद्घ के समय आपका सहायता का आह्वान ,हम बिल्कुल भूले नहीं है!हमें आज भी आपकी शहादत पर गर्व है !हर हिन्दुस्तानी के दिल में आज भी आप जिन्दा है.....!पर जी गलती हुई उसके लिए दिल से सॉरी....

9 comments:

शिवम् मिश्रा said...

आज शास्त्री जी की भी जयंती होती है,कितने जानते है ??

भारत माता के सच्चे 'लाल', लाल बहादुर शास्त्री जी को मेरा शत शत नमन !

Mishra Pankaj said...

हम भी शर्मिन्दा है

AJEET SINGH said...

गाँधी जी को तो जैसे थोप दिया गया है,फिर भी कोई गिला नहीं!पर शास्त्री जी को इस तरह से नज़रंदाज़ करना ठीक नहीं है!

रश्मि प्रभा... said...

kuch nahi hoga rajnish ji.... aap kyun sharminda hain? aapne yaad kiya,maine bhi kiya.....unko dikhawa nahi sneh hi chahiye

Urmi said...

बहुत बढ़िया लिखा है आपने! शास्त्रीजी को मेरा शत शत नमन!

दर्पण साह said...

apni sorry main humko bhi shamil maaniyea...

//haan magar agar unka janmdin kisi aur din hota to shayad itna nahi bisurte wo !!

par yadi congress main azad bharat ke bad koi neta hua to pehla sthan shashtri ji ko jaata hai.

Shashtri ji Aapko naman.
Or shashtri ji ki sanad hetu rajnish ji ko dhanyavaad.

mark rai said...

haan aisa to hai..ham shaahtri ji ko utana yaad nahi kar rahe ise hamaari kamjori hi kahiye ....ye bhi ek pakke gandhiwaadi vicharak the...inhe uchit samman milna hi chahiye..aapki chinta jayaz hai..

Rajesh Tanwar said...

sahi kaha aapna....

Anonymous said...

यह लेख आज पढ़ा। मुझे हमेशा ही लगता है कि परम सम्‍माननीय 'शहीद' शास्‍त्री जी की उपेक्षा होती है। जानकर अच्‍छा लगा कि कुछ लोग हैं अभी इस देश में जो कि इस अमर 'श्‍ाहीद' को भूले नहीं हैं।
मैं जानता हूँ, कि कुछ मित्र मेरी शास्‍त्रीजी के बारे में जानकारी पर संदेह रख सकते हैं, क्‍योंकि मैं उन्‍हें 'शहीद' लिख रहा हूँ। मेरा मानना यह है कि इस देश के स्‍वातंत्र्य के लिए शहीद होने वाले वे आजाद भारत के इकलौते नेता थे। सिर्फ वे ही थे, जिनके दुखद देहांत के विषय में अधिक जानकारी उपलब्‍ध नहीं, जबकि वे इस देश के सच्‍चे 'लाल' थे।